भारतीय रेलवे ने दिव्यांगजनों के लिए यात्रा को अधिक सुलभ और सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से विकलांग रेलवे स्मार्ट कार्ड 2024 (Indian Railway Smart Card) लॉन्च किया है। आप इसे दिव्यांग रेलवे स्मार्ट कार्ड भी कह सकते हो।
यह स्मार्ट कार्ड न केवल दिव्यांग यात्रियों को रियायती दरों पर टिकट की सुविधा प्रदान करेगा बल्कि यात्रा के दौरान उन्हें कई अन्य लाभ भी उपलब्ध कराएगा। इस लेख में, हम आपको इस स्मार्ट कार्ड से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे।
क्या है दिव्यांग रेलवे स्मार्ट कार्ड?
विकलांग रेलवे स्मार्ट कार्ड एक विशेष कार्ड है जिसे भारतीय रेलवे द्वारा दिव्यांग यात्रियों के लिए तैयार किया गया है। इस कार्ड के माध्यम से दिव्यांगजन भारतीय रेल में यात्रा करते समय 25% से 75% तक की छूट प्राप्त कर सकते हैं। Indian Railway Smart Card भारतीय रेलवे द्वारा आयोजित विभिन्न शिविरों में जारी किया जा रहा है, जहां इच्छुक दिव्यांगजन इसे बनवा सकते हैं।
विकलांग रेलवे स्मार्ट कार्ड के लाभ
इस स्मार्ट कार्ड के माध्यम से दिव्यांग यात्रियों को निम्नलिखित लाभ प्राप्त होंगे:
- टिकट पर छूट: स्मार्ट कार्ड धारक दिव्यांग यात्रियों को रेल टिकट पर 25% से 75% तक की छूट मिलेगी।
- सीट आरक्षण में प्राथमिकता: सभी प्रकार के कोचों में दिव्यांग यात्रियों के लिए सीटों का आरक्षण प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।
- यात्रा की सुगमता: इस कार्ड के जरिए दिव्यांग यात्री किसी भी समय बिना किसी झंझट के टिकट बुक कर सकेंगे, जिससे उनकी यात्रा सुगम और आरामदायक हो सकेगी।
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विकलांग रेलवे स्मार्ट कार्ड कैसे बनवाएं?
विकलांग रेलवे स्मार्ट कार्ड बनवाने के लिए भारतीय रेलवे द्वारा विभिन्न शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। उदाहरण के लिए, जबलपुर रेल मंडल द्वारा 08 मई, 2024 को सागर रेलवे स्टेशन पर एक शिविर आयोजित किया गया था, जिसमें सुबह 10 बजे से शाम 04 बजे तक इच्छुक दिव्यांगजन ने अपना स्मार्ट कार्ड बनवाया।
आवेदन प्रक्रिया
दिव्यांग रेलवे स्मार्ट कार्ड के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया इस प्रकार है:
- आवश्यक दस्तावेज़: जिला चिकित्सा अधिकारी द्वारा जारी विकलांगता प्रमाण पत्र, फोटो परिचय पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, और पता प्रमाण पत्र की सेल्फ अटेस्टेड कॉपी।
- फोटो: 2 पासपोर्ट साइज फोटो।
- ऑनलाइन और ऑफलाइन आवेदन: आवेदन डाक के माध्यम से या व्यक्तिगत रूप से डीआरएम ऑफिस बिलासपुर में जमा किया जा सकता है (उदहारण)। आवेदन में अपना मोबाइल नंबर अवश्य दर्ज करें।
भारतीय रेलवे में विकलांग के लिए नियम 2024
भारतीय रेलवे ने विकलांग यात्रियों की सुविधा और सहायता के लिए कई नियम और नीतियाँ बनाई हैं, जो 2024 में भी लागू हैं। यहाँ कुछ मुख्य नियम दिए गए हैं:
1. किराये में रियायत
भारतीय रेलवे विकलांग यात्रियों को किराये में रियायत प्रदान करता है। विभिन्न प्रकार की विकलांगताओं के लिए 25% से 75% तक की छूट दी जाती है, जिसमें शारीरिक, मानसिक, दृष्टिबाधित, और सुनने में असमर्थ लोग शामिल हैं।
2. आरक्षण में विशेष कोटा
विकलांग यात्रियों के लिए प्रत्येक ट्रेन में आरक्षण के दौरान विशेष कोटा आवंटित किया जाता है। यह कोटा मुख्य रूप से स्लीपर क्लास और एसी 3-टियर कोच में होता है।
3. एस्कॉर्ट (सहायक) के लिए रियायत
विकलांग व्यक्ति के साथ एक एस्कॉर्ट (सहायक) भी सफर करता है, तो उसे भी किराये में छूट दी जाती है, ताकि विकलांग यात्री को यात्रा के दौरान सहायता मिल सके।
4. टिकट बुकिंग में प्राथमिकता
विकलांग यात्रियों को टिकट बुकिंग के दौरान प्राथमिकता दी जाती है। इसके लिए रेलवे स्टेशन पर विशेष काउंटर होते हैं, जहाँ विकलांग व्यक्ति बिना लाइन में खड़े हुए टिकट प्राप्त कर सकते हैं।
5. व्हीलचेयर और एस्कॉर्ट सेवा
रेलवे स्टेशन पर विकलांग यात्रियों के लिए व्हीलचेयर की सुविधा उपलब्ध होती है। इसके अलावा, प्लेटफॉर्म पर मदद के लिए एस्कॉर्ट सेवा भी दी जाती है, जो उन्हें ट्रेन तक सुरक्षित पहुँचाने में मदद करती है।
6. लिफ्ट और रैंप की सुविधा
अधिकतर रेलवे स्टेशनों पर विकलांग यात्रियों के लिए लिफ्ट और रैंप की सुविधा है, ताकि वे आसानी से प्लेटफॉर्म तक पहुँच सकें।
7. विशेष शौचालय और कोच
विकलांग यात्रियों के लिए ट्रेनों में विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए शौचालय और कोच होते हैं, जिनका उपयोग करना उनके लिए सुविधाजनक होता है।
8. आईआरसीटीसी वेबसाइट पर सहायता
IRCTC की ऑनलाइन बुकिंग के दौरान विकलांग यात्रियों के लिए विशेष सहायता प्रदान की जाती है, जिससे वे आसानी से टिकट बुक कर सकते हैं और अपनी यात्रा की योजना बना सकते हैं।
9. ध्वनि-संवेदनशील संकेत
दृष्टिबाधित यात्रियों के लिए रेलवे स्टेशनों पर ध्वनि-संवेदनशील संकेत लगाए जाते हैं, जो उन्हें ट्रेन की जानकारी देने में मदद करते हैं।
10. आधुनिक सुविधाएँ
2024 में, भारतीय रेलवे विकलांग यात्रियों की सुविधा के लिए आधुनिक सुविधाएँ जैसे ऐप के माध्यम से सहायता और स्टेशनों पर डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड आदि का भी विस्तार कर रहा है।
ये सभी नियम और नीतियाँ भारतीय रेलवे द्वारा विकलांग यात्रियों की यात्रा को सुरक्षित और आरामदायक बनाने के उद्देश्य से लागू की गई हैं।
यूनिक आईडी नंबर और सॉफ्टवेयर अपडेट
अब विकलांग यात्रियों को यूआईडी नंबर जारी किया जाएगा, जो रेलवे के सॉफ्टवेयर में अपडेट किया जाएगा। जब भी कोई दिव्यांग यात्री टिकट बुक करेगा, तो उसे यूआईडी कार्ड की फोटो कॉपी देनी होगी। सॉफ्टवेयर में यूआईडी नंबर की एंट्री करते ही यात्री की पूरी जानकारी मॉनिटर पर दिखाई देगी और उसी आधार पर कंसेशन टिकट जारी किया जाएगा।
कार्ड की वैधता और सावधानियां
इस कार्ड की वैधता 5 वर्षों के लिए होगी। पहले की तरह फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर कंसेशन टिकट लेने की प्रथा को रोकने के लिए इस प्रक्रिया को और अधिक सख्त बनाया गया है।
निष्कर्ष
विकलांग रेलवे स्मार्ट कार्ड 2024 दिव्यांग यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जो उन्हें भारतीय रेलवे में यात्रा करने में अधिक सुलभता और रियायतें प्रदान करेगा। यदि आप इस कार्ड का लाभ उठाना चाहते हैं, तो शीघ्र ही अपने नजदीकी रेलवे स्टेशन पर आयोजित शिविर में जाकर अपना कार्ड बनवाएं और भारतीय रेलवे द्वारा दी जा रही इस नई सुविधा का लाभ उठाएं।
अधिक जानकारी के लिए, आप भारतीय रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट www.indianrailwayys.gov.in पर जा सकते हैं।